आओ बच्चों इसे भी सीखें, युग की आज पुकार है |
बढ़ते जाएँ कदम मिलाकर,यह जीवन का आधार है ||
सबसे पहला धर्म हमारा ,पाठ याद कर आयेंगे |
खेलकूद के लिए तभी हम , मैदानों में जायेंगे ||
झूठ बोलना चोरी करना , सबको पाप बताएँगे |
तभी निडर हो जीवन में ,पूर्ण सफलता पाएंगे ||
नित्य स्वच्छता जीवन में,अब स्वस्थता का सार है |
बढ़ते जाएँ कदम मिलाकर, यह जीवन आधार है ||
पढ़े लिखेंगे साथ साथ ही, हम सदभाव जगायेंगे |
मां की सेवा गुरू की आज्ञा,बड़ों का आदर मानेंगे ||
पूज्य पिता के कार्यों में भी ,मिलकर हाथ बटायेंगे |
पढ़ लिखकर हो गये बड़े ,फिर भी इसे निभाएंगे ||
अपनाएंगे उन कार्यों को ,जो भी जीवन आधार है |
बढ़ते जाएँ कदम मिलाकर, यह जीवन आधार है ||
एक साथ मिलकर बैठें ,एक साथ मिल खेलेंगे |
भूखा है यदि मित्र हमारा, उसे भी रोटी दे देंगे ||
प्यार करें इस धरती को , इसको और संवारेंगे |
हरे भरे इसके उपवन को ,लहू से अपने सींचेंगे ||
सदा प्रसन्न रहें जीवन में, यही आपसी प्यार है |
बढ़ते जाएँ कदम मिलाकर, यह जीवन आधार है ||
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