गुरुवार, 8 सितंबर 2011

अपना भारत

सबसे प्यारा है देश हमारा ,
दुनिया की आँखों का तारा |
भाषा, धर्म व जाति बहुतेरे,
फिरभी देश  हमारा न्यारा ||

                   हरी भरी इसकी धरती का ,
                   उच्च हिमालय है रखवाला |
                   नानक, गाँधी, गौतम, ईशा ,
                   सबका है आदर करने वाला ||

नदियाँ,पर्वत,उपवन,मरुथल,
सबसे शोभित इसकी धरती |
गंगा,यमुना और कावेरी की,
धाराएँ अमृत बनकर बहतीं ||

                    सत्य,अहिंसा, दया,प्रेम का,
                    दुनिया को देता यह संदेश|
                    'विश्वबन्धु' कहलाता है जो,
                    ऐसा यह मेरा  भारत देश ||

कितना वर्णन और करूं अब,
हम कैसे व्यक्त करें उल्लास |
संस्कृति का पर्याय बन गया,
अब इसका गौरवमय इतिहास ||    

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