विश्व का सर्वाधिक व्यय ,
सैनिक संगठनों और
युद्धास्त्रों के निर्माण में |
देश का सर्वाधिक व्यय ,
योजनाओं एवं विदेशी निर्यात
अथवा सम्मेलनों में |
राज्य का सर्वाधिक व्यय ,
अपनी पार्टी की
योजनाओं के कार्यान्वयन में
और व्यक्ति का सर्वाधिक व्यय
अपनी पार्टी की
योजनाओं के कार्यान्वयन में
और व्यक्ति का सर्वाधिक व्यय
विलासिता एवम फैशन में |
तभी तो औसत व्यय
मानवता के ह्रास को
प्रतिबिम्बित कर रहा है |
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